महर्षि अरविन्द ने कहा है कि गुरु जो दीक्षा देता है अपने शिष्यों को चाहे वो वेदों, उपनिषदों या भगवान के नाम की हो, तो उसकी आवाज में प्रभाव होता है। इसी प्रकार जब गुरुदेव सियाग दीक्षा देते हैं तो उनकी आवाज में प्रभाव है इसलिए दीक्षा के लिए मंत्र गुरुदेव की दिव्य वाणी में सुनना ही प्रभावकारी है। गुरुदेव की वाणी में मंत्र न सुनने से उसका प्रभाव नहीं होगा। समर्थ सद्गुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग की दिव्य वाणी में संजीवनी मंत्र सुनने के लिए कृपया दी हुई लिंक पर क्लिक् करें।
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